ये रास्ते, ये फ़िज़ाएं, यहीं रह जाएंगे, कल के लिए और रह जाएंगी मेरी यादें, मेरे जाने के बाद हमें कमसिनी में घर से निकाला गया था, बे-कसूर मेरे वालिद ने ये बताया था, जी भर आने के बाद तुम्हें आंख भरके कोई ना देखेगा, ज़माने में बहुत रुलाएंगी कुछ बातें, मां-बाप गुजर जाने के बाद अब वो बद-मिज़ाज बर्दाश्त की हद से गुजरने लगा आ गया है यह सलीक़ा उसे, बेटी घर आ जाने के बाद मैंने भी अब अपने दिल को, पत्थर का कर लिया मयख़ाना चला जाता हूं, उसकी याद आ जाने के बाद मैं अक्सर सोचता हूं, कोई ग़ज़ल अपने हालत पे लिखूं मोहब्बत ही लिख जाता है, कलम हाथ में आ जाने के बाद यह जो गुरूर है मेरा, तेरी बेरुख़ी पे टिका है उतर जाता है नशे-सा, मोहब्बत से बुला लेने के बाद उलझ-उलझ-सी गई ज़िन्दगी, सबको अपना कहते-कहते आसान बनाया है इसे, सबको औकात पे लाने के बाद पुरानी ईट सही हम के बे-कद्री से ना फेंक हमें ही अलग कर रहे हो, हमसे सर छुपाने के बाद --------------------------------------- देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें
कईं मिथक प्रमाणों के आधार पर हमें यह पढ़ाया जाता है कि हमारे देश भारत का नाम राजा सर्वदमन यानी भरत के नाम पर पड़ा। जहां वह पैदा हुए थे वह जगह अब अफगानिस्तान में है। व्याकरणिक दृष्टि से देखा जाए तो भरत के नाम पर पड़ने के कारण तो इसका नाम भरतवर्त, भरतपुर, भरत नगरी, भरत विहार आदि होना चाहिए था। मुझे सचमुच बहुत आश्चर्य है कि कोई अपने नाम को क्यों विकृत होने देगा। "भ+र+त" नाम में वर्ण "भ" के साथ "भ+।" क्यों जोड़ देगा और इसे "भ+।+र+त" क्यों बना देगा। यह बात हर सिरे से अतार्किक लगती है। कुछ जातिगत लोग और धर्म के ठेकेदार आज भी ऐसे-ऐसे प्रयोग करते रहते हैं। मैं आपको एक उदाहरण के माध्यम से समझाता हूं- "हमारा देश भारत एक पुलिंग शब्द है" लेकिन फिर भी कुछ लोग इसे भारत माता बोलते रहते हैं जो कि भाषाई व व्याकरणिक दृष्टि से त्रुटिपूर्ण है। यदि बात वास्तविकता की करें तो भारत देश का नाम यहां आदिकाल से रहने वाली एक कबीलाई अनुसूचित जनजाति के नाम पर पड़ा है। "इस कबीलाई जाति का नाम ही भारत था, परंतु कुछ जालसाज लोगों ने भारत की वास्तविक संस्कृति या...
सोचा ना था मैं बिखर जाऊंगा, तेरे जाने के बाद आज फिर याद आ रहा है तू, तेरे जाने के बाद फिर ग़म ने ली है करवट, तुझे भूलाने के बाद हम अक्सर रोते हैं तन्हाई में, तेरे जाने के बाद सफ़र तन्हा ही है हमारा, तेरा ना आने के बाद दिन-सहरा रात-क़यामत है, तेरे जाने के बाद उठते हैं दुआ में हाथ मेरे, याद तेरी आने के बाद बिगड़ते जा रहे हैं हालात मेरे, तेरे जाने के बाद रुला गया तू उम्रभर को, एक-पल हंसाने के बाद बे-दिली ओढ़ ली है मैंने, तेरे जाने के बाद --------------------------------------- देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें
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