हिदायत ए इस्लाम | (ग़ज़ल) Hindi/Urdu
दिल जब लगे अपना तुम्हें मैला कभी पांच वक़्त हाथों को साफ़ किया करो तय तेरी हो जाएगी जन्नत में ज़मीं बावक़्त अदा रोज़ नमाज़ किया करो दाग़ लग जाए ना गुरूर का, किरदार पे तेरे अल्लाह हू अकबर नाम की टोपी औढ़ लिया करो हर कारोबार में होगी बरकत बड़ी मुनाफ़े की बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम से आग़ाज़ किया करो ग़र याद हो तुम्हें वो गुरबत के दिन मुफ़लिसों को मुमकिन हो जक़ात दिया करो बख़्शी हो ख़ुदा ने मालदारी तुम्हारे मुक़द्दर में किसी भूखे को याद कर रोज़ा रखा करो ग़र ना हो फ़रमान ए सफ़र ए ख़ुदा किसी ग़रीब को हज वास्ते दिलशाद किया करो ये फ़रमाया था उस पैगंबर ने 'सत्यं' अमनो-चैन से बसर ज़िंदगी अपनी किया करो _______________________________________ वी डियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें : https://youtu.be/2IWfo8eahc4